बैठे हैं आज फुरसत से…
तेरी फुरसत के इंतज़ार में….
फिर यूं हुआ कि सब्र की उंगली पकड़ के हम…
इतना चले कि रास्ते हैरान रह गए…!!
कोई कह दे उनसे जाकर की छत पे ना जाया करे…!
शहर मे बेवजह, ईद की तारीख बदल जाती है….!!
अंदाज़-ए-मोहब्बत है बड़ा नट-खट सा उसका…!
बाँहों में गिर के कहती है संभालो मुझको…!!😘
आता है जो रमजान तुम्हारी यादों का…!
मेरी आँखें नींद के रोजे रखतीं हैं…!!
Best 2 Line Shayari